SirBikramSutradhar : Record Holder

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  • जन्म: 22 मई 1772, बंगाल
  • विरासत: एक विचारक और समाज सुधारक, जिन्होंने भारतीय समाज की नींव को मजबूती प्रदान की। सती प्रथा के खिलाफ आवाज उठाने वाले राजा राममोहन राय ने विधवा विवाह को मान्यता दिलाने का कार्य किया। उन्हें “आधुनिक भारत का जनक” कहा जाता है, जिन्होंने शिक्षा और मानवता के क्षेत्र में क्रांति का आगाज़ किया।
  • जन्म: 12 जनवरी 1863, कोलकाता
  • प्रभाव: भारतीय संस्कृति को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने वाले स्वामी विवेकानंद ने शिकागो के विश्व धर्म महासभा में अपनी ओजस्वी वाणी से सबको मोहित किया। उनका संदेश था आत्मविश्वास और सेवा का, जो आज भी लाखों लोगों को प्रेरित करता है। “उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य न प्राप्त हो” — यह उनकी जीवन दर्शन का सार है।
  • जन्म: 12 फरवरी 1824, गुजरात
  • सुधारक: आर्य समाज की स्थापना कर, उन्होंने अंधविश्वास और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जंग छेड़ी। दयानन्द सरस्वती का उद्देश्य वेदों के प्रति जागरूकता फैलाना था, जिसने भारतीय समाज में नए विचारों का संचार किया।
  • विनोबा भावे का जन्म 11 सितंबर 1895 को हुआ। वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महत्वपूर्ण नेता और सामाजिक सुधारक थे।
  • प्रमुख बातें:
  • भूदान आंदोलन:
  • 1951 में उन्होंने इस आंदोलन की शुरुआत की, जिसमें उन्होंने अमीर किसानों से गरीबों को जमीन दान करने की अपील की।
  • गांधी का शिष्य:
  • वे महात्मा गांधी के अनुयायी थे और उनके सिद्धांतों—सत्य और अहिंसा—को अपनाया।
  • लेखन:
  • विनोबा ने कई किताबें लिखीं, जो सामाजिक मुद्दों पर विचार देती हैं।
  • सामाजिक सुधार:
  • उन्होंने महिलाओं के अधिकार और शिक्षा में सुधार पर ध्यान दिया।
  • सम्मान:
  • उन्हें 1980 में भारत रत्न मिला, जो उनके कार्यों का प्रमाण है।
  • विनोबा भावे का जीवन सरलता, सेवा और न्याय का प्रतीक है, और उनके विचार आज भी लोगों को प्रेरित करते हैं

मदर टेरेसा, जिनका जीवन मानवता की सेवा में बीता, एक अद्वितीय व्यक्तित्व थीं। उन्होंने “मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी” की स्थापना की, जिससे उन्होंने दुनिया के कोने-कोने में गरीबों, अनाथों और बीमारों की सहायता की। उनके समर्पण और करुणा ने उन्हें एक प्रतीक बना दिया, जिसने शांति और प्रेम का संदेश फैलाया। उनकी सेवाएँ लाखों लोगों के दिलों को छू गईं और वे आज भी प्रेरणा का स्रोत हैं।

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