ICSE Primary class HINDI मातृभूमि कविता 1: सोहनलाल द्विवेदी की काव्य यात्रा और भारतीय गौरव Questions Solutions
सोहनलाल द्विवेदी की कविता ‘मातृभूमि’ में भारत की सांस्कृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक महिमा का चित्रण किया गया है। इस कविता में मातृभूमि, महापुरुषों और भारतीय प्राकृतिक सुंदरता का गहरा सम्मान व्यक्त किया गया है।
1. प्रस्तुत पाठ में किन महापुरुषों के नामों की चर्चा की गई है?
कविता में निम्नलिखित महापुरुषों के नामों की चर्चा की गई है:
- रघुपति (राम)
- सीता
- श्री कृष्ण
- गौतम बुद्ध
2. कविता में किन-किन नदियों की चर्चा की गई है?
कविता में निम्नलिखित नदियों की चर्चा की गई है:
- गंगा
- यमुना
- त्रिवेणी (गंगा और यमुना का संगम)
आओ बोलें:
मातृभूमि – मातृभूमि वह भूमि है जहाँ व्यक्ति का जन्म होता है, और वह भूमि जो माँ की तरह होती है।
चिड़ियाँ – पक्षी, जो यहाँ प्राकृतिक सुंदरता और जीवन की उल्लासिता को व्यक्त करते हैं।
बुद्ध – भगवान गौतम बुद्ध, जिन्होंने दया, करुणा और शांति का संदेश दिया।
सँवारती – सँवारना, यानी सुंदर और स्वस्थ बनाना।
3. मौखिक अभिव्यक्ति (Speaking)
(क) आकाश को कौन चूमता है?
कविता में यह कहा गया है कि ऊँचा खड़ा हिमालय आकाश को चूमता है।
(ख) झरने कहाँ से झरते हैं?
झरने पहाड़ियों से झरते हैं।
(ग) जग को दया किसने सिखाई?
जग को दया गौतम बुद्ध ने सिखाई।
(घ) प्रस्तुत कविता के कवि का नाम क्या है?
सोहनलाल द्विवेदी है।
4. लिखित अभिव्यक्ति (Writing)
- दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए:
(क) प्रस्तुत कविता में दिये गए ‘सिंधु’ शब्द से क्या आशय है?
‘सिंधु’ शब्द से यहाँ समुद्र या नदी का आशय है, जो भारत की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है।
(ख) गंगा-यमुना कहाँ मिलती है? लिखिए।
गंगा और यमुना उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में मिलती हैं, जहाँ त्रिवेणी संगम होता है।
(ग) जन्मभूमि और कर्मभूमि से आप क्या समझते हैं? लिखकर बताइए।
‘जन्मभूमि’ वह भूमि है जहाँ व्यक्ति का जन्म होता है, जबकि ‘कर्मभूमि’ वह भूमि है जहाँ व्यक्ति अपने कार्य करता है और अपने कर्मों से देश या समाज की सेवा करता है।
(घ) मातृभूमि की तुलना युद्धभूमि से क्यों की गई?
मातृभूमि की तुलना युद्धभूमि से इसलिए की गई है क्योंकि मातृभूमि में जन्म लेने के बाद व्यक्ति को अपने देश की सेवा और रक्षा के लिए संघर्ष करना पड़ता है, जैसे युद्धभूमि में लड़ाई होती है। यह भूमि भी संघर्षों और बलिदानों का प्रतीक है।
- रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए।
(क) जगमग पग-पग छहर रही है।
(ख) वह पुण्यभूमि मेरी, वह स्वर्णभूमि मेरी।
(ग) बहती मलय पवन है, तन मन सँवारती है।
(घ) गौतम ने जन्म लेकर, जिससे संसार में प्रसिद्धि बढ़ाई।
5. नीचे दिए गए प्रश्नों को पढ़कर उचित विकल्प पर (√) का निशान लगाइए।
(क) स्वर्णभूमि में ‘स्वर्ण’ से क्या आशय है?
- चाँदी
- पीतल
- [√] सोना
- लोहा
उत्तर: ‘स्वर्ण’ से यहाँ सोने का आशय है, जो भारत की समृद्धि और ऐतिहासिक महिमा को दर्शाता है।
(ख) बुद्ध का पूरा नाम बताइए।
- वीर बुद्धा
- [√] भगवान गौतम बुद्ध
- तपस्वी बुद्ध
- राजा बुद्धा
उत्तर: बुद्ध का पूरा नाम ‘भगवान गौतम बुद्ध’ था, जिन्होंने दुनिया को ज्ञान और शांति का मार्ग दिखाया।
6. मिलाइए (Match the following)
(क) हिमालय – iii. पर्वत
(ख) गंगा – iv. नदी
(ग) मलय – ii. पवन
(घ) श्री कृष्ण – i. श्याम
7. Critical Thinking
प्रस्तुत कविता में कवि ने प्रमुखता से किन बातों पर जोर दिया है? सोच समझकर बताइए।
कविता में कवि ने भारत की महानता और विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों का जिक्र किया है। उन्होंने भारत को पुण्यभूमि, मातृभूमि, कर्मभूमि, और धर्मभूमि के रूप में प्रस्तुत किया है। कविता में भारतीय नदियों, पर्वतों और महापुरुषों का वर्णन किया गया है, जो भारत के ऐतिहासिक गौरव को दर्शाते हैं। कवि ने भारत की प्राकृतिक सुंदरता, जैसे गंगा, यमुना, हिमालय, और मलय पवन का चित्रण भी किया है।
8. भाषा कौशल (Language Skills)
नीचे दिए गए चिह्नों का अध्ययन कर उन पंक्तियों को लिखिए जिनमें इन विराम चिह्नों का प्रयोग किया गया है:
- पूर्ण विराम (।)
“वह मातृभूमि मेरी।” - अल्प विराम (,)
“गंगा यमुना त्रिवेणी नदियाँ लहर रही हैं।” - बीजक चिह्न (-)
“माता-पिता”